हाल ही में दुबई एयर शो के दौरान इंडियन एयर फ़ोर्स के तेजस फाइटर जेट की दुर्घटना ने सभी को चिंतित कर दिया है। लोग सबसे बड़ा सवाल पूछ रहे हैं — What caused the Tejas fighter jet crash? यह हादसा केवल एक तकनीकी घटना नहीं था बल्कि भारत के स्वदेशी लड़ाकू विमान कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ भी है।
What caused the Tejas fighter jet crash – क्रैश का मुख्य कारण क्या था?
तेजस क्रैश की आधिकारिक जांच अभी जारी है, लेकिन शुरुआती संकेत बताते हैं कि विमान ने अचानक नियंत्रण खो दिया और nose-dive में चला गया। यह घटना उस समय हुई जब विमान एक aerobatic प्रदर्शन कर रहा था।
जांच में तीन प्रमुख संभावनाएँ परखी जा रही हैं:
- Mechanical failure – जैसे engine power loss, control-surface jam या hydraulic malfunction।
- Electronic/fly-by-wire fault – जिसमें sensors, flight computer या stability system का failure शामिल हो सकता है।
- Pilot-related factors – जैसे high-G manoeuvre के दौरान अचानक response loss या situational overload।
अंतिम जवाब तभी मिलेगा जब cockpit data, black box और ground telemetry पूरी तरह से विश्लेषित हो जाएंगे।
एयर शो के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल कैसे फॉलो हुए?
International air shows में प्रत्येक flight से पहले multiple safety checks होते हैं। तेजस भी routine display sortie पर था। हादसे के तुरंत बाद emergency teams पहुंचीं, लेकिन impact बहुत severe था।
- क्या flight से पहले सभी systems green थे?
- क्या aircraft ने किसी warning signal दिया था?
- क्या ejection की window उपलब्ध थी?
ये सभी factors What caused the Tejas fighter jet crash का जवाब खोजने में मदद करेंगे।
तेजस कार्यक्रम पर इस घटना का क्या प्रभाव पड़ेगा?
तेजस भारत का सबसे महत्वपूर्ण indigenous fighter project है। ऐसे हादसे international perception को प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन defence aviation में crashes uncommon नहीं हैं। Rafale, Gripen, F-16 जैसे आधुनिक jets भी अपने शुरुआती वर्षों में कई दुर्घटनाओं से गुज़रे हैं।
यह घटना HAL और IAF को testing standards और quality inspection को और मज़बूत करने के लिए प्रेरित करेगी। लंबी अवधि में कार्यक्रम की प्रगति ज़ारी रहेगी।
पायलट और manoeuvre से जुड़े सवाल
दुबई एयर शो में उड़ान भरने वाले पायलट अत्यधिक अनुभवी होते हैं। रिपोर्टों के अनुसार पायलट एक high-precision manoeuvre कर रहे थे, जब aircraft ने अचानक control खोया।
जांच यह पता लगाएगी कि:
- manoeuvre के flight parameters सुरक्षित सीमा में थे या नहीं
- क्या pilot ने last-moment recovery attempt किया
- क्या altitude manoeuvre के लिए पर्याप्त था



