Education Banam Politics” दिखाता है कि मामला सिर्फ प्रशासनिक नहीं, राजनीतिक भी है।

बिहार में स्कूल बंद और परीक्षा रद्द होने के मामले अब शिक्षा का नहीं बल्कि Education Banam Politics का हिस्सा बन चुके हैं। नेताओं की खींचतान में बच्चों का भविष्य सबसे बड़ा नुकसान झेल रहा है।

Bihar की राजनीति में Education Banam Politics एक बार फिर बड़ा मुद्दा बन गया है, thanks to a viral poster shared by JDU (Janata Dal United). Poster में तेजस्वी यादव को “नवमी फेल” कहकर निशाना बनाया गया है और उन पर आरोप लगाया गया है कि उनके कारण स्कूल बंद हुए, बच्चों के exam रोक दिए गए और पूरे भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ।

Education Banam Politics मुद्दा क्या है?

JDU का दावा है कि तेजस्वी यादव की नीतियों और आंदोलनों ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित किया है। Poster में सीधा आरोप है — “स्कूल बंद कराया, बच्चों का exam बंद कराया, भविष्य के साथ खिलवाड़।” इसके ज़रिए यह संदेश दिया जा रहा है कि शिक्षा जैसे sensitive issue पर भी political फायदे के लिए खिलवाड़ किया गया।

Bihar में हाल ही में कई exams रद्द किए गए, कई जगहों पर paper leak हुए और administrative planning पूरी तरह फेल नज़र आई। इसका सीधा असर लाखों students के mental state और academic progress पर पड़ा है।

Education Banam Politics

Tejashwi पर “नवमी फेल” का तंज

Tejashwi Yadav का Education Banam Politics background अकसर राजनीतिक हमलों का हिस्सा बनता रहा है। उन्होंने 9वीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी, और विपक्ष अक्सर इसे leadership पर सवाल उठाने के लिए इस्तेमाल करता है। हालांकि, ये सवाल तब और गंभीर हो जाता है जब कोई नेता education policy पर प्रभाव डालता है।

Education ya Political Drama?

Bihar जैसे राज्य में, जहां literacy rate अभी भी national average से नीचे है, वहाँ education को political tool बनाना चिंता की बात है। स्कूलों को बंद करना या exams को रोकना अगर किसी आंदोलन या राजनीतिक फैसले का नतीजा है, तो इसका सीधा नुकसान सिर्फ बच्चों को होता है — न कि नेताओं को।

Education Banam Politics cancellations, poor infrastructure, और teacher recruitment में देरी जैसे मुद्दे पहले से ही students को परेशान कर रहे हैं। ऐसे में political interference और भी नुकसानदेह हो सकता है।

क्या चाहिए बिहार को?

बिहार को चाहिए एक strong, apolitical और accountable education system। बच्चों के भविष्य को किसी भी हाल में political agendas का शिकार नहीं बनने देना चाहिए।

  • Exams को समय पर कराना
  • स्कूलों में basic सुविधाएं देना

Teachers की भर्ती और training को priority बनाना
ये सब कदम तभी possible होंगे जब सरकार और विपक्ष मिलकर education को एक mission की तरह treat करें, ना कि election issue की तरह।

निष्कर्ष

“नवमी फेल ने स्कूल बंद कराया” जैसे slogans तात्कालिक राजनीति के लिए भले ही काम करें, लेकिन long-term में यह बिहार की image और students के future दोनों को चोट पहुँचाते हैं।
Education Banam Politics नहीं बनाना चाहिए — यह बच्चों का हक है और राज्य की जिम्मेदारी। अब समय है कि Bihar politics में education को serious issue की तरह लिया जाए — ना कि सिर्फ तंज़ और जुमलों की तरह।

Roushan Mehta
Roushan Mehta

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